
झारखंड में पहली बार हुआ सेल्फ डिफेंस का अभ्यास आधुनिक सेफ्टी इक्विपमेंट के साथ
चाईबासा। डॉक्टर सईद आलम द्वारा मिशन हिफाजत के तहत चल रहे सेल्फ डिफेंस कैम्प का समापन उर्दू लाइब्रेरी बड़ी बाजार, चाईबासा शहर में हुआ। बालिकाओं ने सीखा मनचलों से कैसे निपटा जाए और मुसीबत पड़ने पर कैसे बचा जाए।
आजकल जब लड़किया कही जाती है तब घर वालो को सुरक्षा की चिंता सताती रहती है, ऐसे में अगर लड़कियों को आत्मरक्षा के तरीके आएं तो वे विपरीत परिस्थिति में अपनी सुरक्षा कर सकती है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए डॉक्टर सईद आलम द्वारा मिशन हिफाजत के तहत सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।
चार दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में जमशेदपुर, चक्रधरपुर और चाईबासा के मेरीटोला, कुम्हार टोली,बड़ा मौदी, हिंद चौक, न्यू कॉलोनी, पुल हातू, महादेव कॉलोनी आदि जगह की 35 बालिकाओं ने 16 अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित सेल्फ डिफेंस एक्सपर्ट डॉक्टर सईद आलम ब्लैक बेल्ट आठवाँ डान से सेफ्टी इक्विपमेंट के साथ अभ्यास कर विपरीत परिस्थिति से बचने की रियलिस्टिक तकनीक सीखी। सहायक प्रशिक्षक अब्दुल राशिद थे । कैंप के समापन अवसर पर डॉक्टर आलम ने समस्या बताई जिसका बचाव बालिकाओं ने शिविर में सीखी तकनीक से बताया, इस मौके पर फय्याज खान और इरशाद अली मास्टर मौजूद थे।
जमशेदपुर से आई मेहविश मुनताज कहती हे की सेल्फ डिफेंस के आधुनिक सेफ्टी इक्विपमेंट पहली बार देखे, इस पर प्रैक्टिस करने में रियल अनुभव हुआ।
चक्रधरपुर से आई निशा अख्तर कहती हे मैंने पहली बार सेल्फ डिफेंस की टेक्निक सीखी, डॉक्टर सईद आलम सर ने हमें बहुत ही आसान तरीके से आकस्मिक स्थिति में बचाव के तरीके सिखाए।
स्वाति देवगम कहती है कि आलम सर ने बताया अपने पास मौजूद पानी की बोतल, दुपट्टा, चाबी, कॉपी, पेन से दुश्मन पर वार करके कैसे अपने आप को सुरक्षित रख सकते। इसे सभी लड़कियों को सीखना चाहिए।
समापन समारोह के अवसर पर डॉ सईद आलम का स्वागत जानवी कुमारी साह, सोमबारी दास, कमर जमाल आफिया अमरीन आदि
